Tuesday, 16 November 2021

Jammu Di Chidi

जम्मू दी चिड़ी !

उड़दी उड़दी आई चिड़ी 

पुज्जी जम्मू शैह् र

खांड मिट्ठे लोग इत्थै 

ना झगड़ा ना बैर,

तवी जाइयै पानी पीता

धोते हत्थ पैर 

बाह्वे जाइये मत्था टेकेआ

प्रशादै आह्ली बर्फी लग्गी बड़ी शैल !


दिक्खऐया बाहु फोर्ट दा बाग बगीचा

 ते उत्थु दी चैह्ल पैह्ल 

राजे दे अमर मैह्ल दी 

बक्खरी ऐ डैह्ल, 

मैटाडोर दी कीत्ती सुआरी 

पुज्जी रघुनाथ बजार 

जम्मू दी मश्हूर चीजां 

लब्दियां उत्ह्थे हज़ार !


ढक्की चढ़ियै गई उप्पर 

खादा कचालू  चाट 

फ्ही राजा रानी दे मैह्ल दी 

दिक्खी उलै  ठाठ,

मंदरे आह्ला  शैह्र घुमी फिरियै 

पुज्जी गेई चन्हॎऻ 

 ठंडी ठंडी ब्हा उत्ह्थूं दी, 

उत्ह्थूं दे नज़ारे लगे लाजवाब !


आहखदी में इत्हथुं दी चिड़ी इत्हथे गै रोैह्ना 

जम्मूआं बाहर जाइऐ मिगी कक्ख नी थोैह्ना !

                                           -जम्मू दी चिड़ी - हिना महाजन 

Image result for Jammu city

शुक्रिया 


4 comments:

  1. Badi k shail Kvita ae. Likhde raveyo. Namaste. Shreya

    ReplyDelete
    Replies
    1. Namaste Sherya ji... Tunda Mata mata tanwaad....

      Delete
    2. Namaste Sherya ji... Tunda Mata mata tanwaad....

      Delete
  2. बड़ी गै शैल ते मन चित लग्गनी ऐ जम्मू दी चिड़ी।

    ReplyDelete